



शौकीन सिद्दीकी- दिल्ली से हरिद्वार आ रहे कॉमेडियन सुनील पाल के साथ मेरठ में दो दिसंबर को इवेंट के नाम पर किडनैपिंग की घटना में कई तार जुड़ रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है,हरिद्वार: कॉमेडियन सुनील पाल को हरिद्वार कार्यक्रम में बुलाकर बिजनौर के गैंग ने रास्ते में अपहरण कर दिया, आरोप में अब तक छह लोग गिरफ्तार हुए हैं। कामेडियन सुनील पाल ने कहा कि उन्हें हरिद्वार में एक कार्यक्रम के बहाने आयोजकों ने अग्रिम भुगतान देकर बुलाया था। इसके बाद हुई जांच में कई बातें निकल कर सामने आई हैं।सांताक्रूज पुलिस ने पिछले सप्ताह उत्तराखंड में अभिनेता और कॉमेडियन सुनील पाल का कथित तौर पर अपहरण करने और ₹8 लाख की फिरौती वसूलने के आरोप में छह अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सुनील पाल ने पुलिस को बताया कि उन्हें एक कार्यक्रम के लिए हरिद्वार एक कार्यक्रम के बहाने एडवांस देकर बुलाया गया था। The Great Indian Laughter Challenge 2005 के विजेता सुनील पाल ने सांताक्रूज पुलिस स्टेशन में कथित तौर पर अपहरण करने और ₹8 लाख की फिरौती वसूलने के आरोप में छह अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
कार में धकेलकर आँखों पर बाँध दी पट्टी
सुनील पाल ने सांताक्रूज पुलिस को बताया कि जब वे कार्यक्रम स्थल पर जाने के रास्ते में नाश्ते के लिए रुके, तो एक व्यक्ति ने कथित तौर पर प्रशंसक होने का नाटक करते हुए उन्हें कार में धकेल दिया। पाल के अनुसार, उनकी आंखों पर पट्टी बांध दी गई और उन्हें एक सुनसान जगह पर ले जाया गया, जहां कई लोग उनका इंतजार कर रहे थे।
रिहाई के लिए मांगे बीस लाख
करीब चार घंटे आंखों पर पट्टी बांधकर सुनील पाल को कार में घुमाते रहे। अपहरणकर्ताओं ने कथित तौर पर रिहाई के लिए इस दौरान 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी और ऐसा न करने पर डूबोने की धमकी दी। सुनील पाल ने अपने दोस्तों से संपर्क किया और 8 लाख रुपये का इंतजाम किया। पैसे मिलने के बाद, अपहरणकर्ताओं ने उन्हें मेरठ जाने वाली सड़क पर छोड़ दिया, जहाँ से पाल ने बताया कि वह ऑटो से दिल्ली एयरपोर्ट पहुँचे और फिर मुंबई के लिए उड़ान भरी। सांताक्रूज़ पुलिस ने मामले में छह लोगों के खिलाफ केस दायर किया।
बिजनौर के गैंग ने किया था अपहरण
इसके बाद सांताक्रूज पुलिस ने छानबीन की तो पता लगा कि कॉमेडियन सुनील पाल को किडनैप करने का कनेक्शन बिजनौर से जुड़ा हुआ है। सुनील पाल को किडनैप करने वाले दोनों किडनैपर बिजनौर के रहने वाले थे। जिनकी पहचान रवि और अर्जुन के रूप में हुई। इसके बाद 8 दिसंबर को मेरठ पुलिस ने रात के समय कई जगहों पर छापेमारी की, दौरान दोनों के फोटो दिखाकर स्थानीय पुलिस से पहचान कराई गई और अपहरणकर्ताओं के छह साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

Author: Knn Media
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