



मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पांचवें दिन मंडला एनकाउंटर के मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस ने इस मामले पर अलग से चर्चा करने की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने स्पष्ट किया कि सदन नियम प्रक्रिया के अनुसार चलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार का जवाब आने के बाद ही इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।
सदन में कांग्रेस विधायक ओमकार मरकाम ने मंडला में हुए नक्सली एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने एक आदिवासी युवक की हत्या की है। कांग्रेस विधायकों ने आदिवासियों की मौत के मामले में चर्चा न किए जाने का विरोध करते हुए सदन में हंगामा किया। उन्होंने कहा कि सरकार एनकाउंटर की निष्पक्ष जांच नहीं करा रही है।
कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के रवैये को तानाशाही बताते हुए सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया। वे नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर निकल गए। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मामले पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव आया है और नियम प्रक्रिया के अनुसार ही चर्चा की जाएगी।
जबलपुर के टिमरी में हुए मर्डर को लेकर कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लगाया। उन्होंने कहा कि पिता के जवान बेटों की हत्या हुई है और प्रशासन ने संवेदनशून्यता दिखाई है। उन्होंने सवाल किया कि क्या सरकार नरसंहार की धारा लगाएगी? राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने जवाब देते हुए कहा कि जो धाराएं लगनी थीं, लगा दी गई हैं। उन्होंने कहा कि नरसंहार शब्द का उपयोग 1947 की घटनाओं को याद करके किया जा रहा है। बीजेपी विधायक गोपाल भार्गव ने पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने की बात कही।

Author: Knn Media
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