



अडानी ग्रुप अपना 20,000 एफपीओ के साथ आगे न बढ़ने का फैसला किया है। अडानी बोर्ड इंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) ने कहा है कि वह अपने फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) को रद्द कर रहा है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक कंपनी ने अपने एक बयान में कहा है कि ‘बाजार के उतार-चढ़ाव एवं मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए वह अपने एफपीओ को वापस ले रहा है और शेयर खरीदने वाले निवेशकों का पैसा लौटाएगा।’ ग्रुप ने कहा है कि उसने अपने निवेशकों के हितों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया है।
#WATCH | After a fully subscribed FPO, yday’s decision of its withdrawal would've surprised many. But considering volatility of market seen yday, board strongly felt that it wouldn't be morally correct to proceed with FPO:Gautam Adani, Chairman, Adani Group
(Source: Adani Group) pic.twitter.com/wCfTSJTbbA
— ANI (@ANI) February 2, 2023
कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी
बता दें कि गत 27 जनवरी को गौतम अडानी की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने 20 हजार करोड़ जुटाने के लिए एफपीओ जारी किया था। कंपनी की ओर से स्टॉक एक्सचेंज को इसकी जानकारी दे दी गई है। इस जानकारी में बताया गया है कि 1 फरवरी को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक हुई,जिसमें शेलर सेल को वापस लेने का फैसला लिया गया। कंपनी ने कहा है कि वो निवेशकों के पैसे को वापस कर देगी। कंपनी का यह अब तक का सबसे बड़ा फॉलो-ऑप-ऑफर था।
4.55 करोड़ शेयरों की पेशकश की गई थी
बीएससी के आंकड़ों के अनुसार, अडाणी एंटरप्राइजेज के एफपीओ के तहत 4.55 करोड़ शेयरों की पेशकश की गई थी, जबकि इसपर 4.62 करोड़ शेयरों के लिए आवेदन मिले थे। गैर संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित 96.16 लाख शेयरों पर करीब तीन गुना बोलियां मिली थीं। वहीं पात्र संस्थागत खरीदारों के खंड के 1.28 करोड़ शेयरों पर पूर्ण अभिदान मिला था। हालांकि, एफपीओ को लेकर खुदरा निवेशकों और कंपनी के कर्मचारियों की प्रतिक्रिया ठंडी रही थी।
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के अध्यक्ष गौतम अडाणी ने कहा, ‘पिछले हफ्ते कंपनी के शेयर में काफी उतार चढ़ाव के बावजूद एफपीओ मंगलवार को सफलतापूर्वक बंद हुआ। कंपनी और उसके कारोबार के प्रति आपका भरोसा हमारा विश्वास बढ़ाने वाला है जिसके लिए हम आपके आभारी हैं।’ अडानी ने कहा कि आज कंपनी के शेयर में अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव रहा। उन्होंने कहा, ‘असाधारण परिस्थितियों के मद्देनजर, कंपनी के निदेशक मंडल ने फैसला किया है कि एफपीओ पर आगे बढ़ना नैतिक रूप से ठीक नहीं होगा। निवेशकों का हित हमारे लिए सर्वोपरि है और उन्हें किसी तरह के संभावित नुकसान से बचाने के लिए निदेशक मंडल ने एफपीओ को वापस लेने का फैसला किया है।’

Author: Knn Media
Media team