



शाजापुर- मध्यप्रदेश के शाजापुर के पोलाय खुर्द गांव में प्रतिवर्ष होली की रात एक अनोखी प्रथा देखने को मिलती है. जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर इस गांव में गल महादेव मंदिर है. मंदिर में प्रतिवर्ष होली के दिन मेले का आयोजन होता है, जिसमें हजारों की तादाद में लोग पहुंचते हैं. वहीं होली की रात में अद्भुत परंपरा निभाई जाती है. यह स्थान लोगों की आस्था का केंद्र भी है.
दरअसल होली की रात इस मंदिर प्रांगण में हजारों की संख्या में आसपास से ग्रामीण पहुंचते हैं और धधकते अंगारों पर नंगे पैर गुजरते हैं. यहां बड़े ही नहीं, बल्कि बच्चे ऐसा करते दिखते हैं. लोगों का मानना है कि ऐसा करने पर मंदिर में विराजमान गलदेव महाराज से हमें शक्ति मिलती है. धधकते अंगारों पर चलने से उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी भी नहीं होती है. उन्हें ऐसा लगता है कि जैसे वह सामान्य जमीन पर ही चल रहे हों.
कई वर्षों से चली आ रही प्रथा
यहां के रहवासियों ने बताया कि यह गल महादेव जी की जात्रा के नाम से प्राचीन समय से विख्यात है. गल महादेव एक शक्ति का केंद्र हैं और लोगों की आस्था इस स्थान से जुड़ी है. लोगों की आस्था के चलते ही यहां होली पर्व की रात बड़ी संख्या में नागरिक पहुंचकर पंरपरा का निर्वाहन करते हैं. हालांकि, यह परंपरा कितनी पुरानी है, इसका अंदाजा किसी को नहीं.

Author: Knn Media
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