



डिंडोरी, आरिफ रजा- यहां पीएम आवास योजना से गरीबों को सरकार आवास मुहैया कराने में लगी है। वहीं दूसरी ओर सरकार की मंशा को मट्टी पलीत करते पंचायत ने हितग्राही के साथ मिलकर प्रशासन को लगाया चुना। दरअसल भ्रष्टाचार में लिप्त सहायक सचिव सुभाष परस्ते ने हितग्राही रतन सिंह मारको से आवास दूसरे पंचायत में ट्रांसफर करने के नाम पर पैसे लिए। वहीं नियमों को ताक में रखकर दूसरे पंचायत में गांधी के दम पर आवास का निर्माण कराया।
सूत्र बताते हैं कि सहायक सचिव सुभाष परस्ते और हितग्राही रतन सिंह मारको 50/50 कर आवास की राशि डकार गए है और कही भी आवास निर्माण नहीं किया गया है।
डिंडोरी जिले के शहपुरा विधानसभा क्षेत्र का है। इलाके में तो भाजपा की सरकार है। बाबजूद इसके प्रधानमंत्री मोहन यादव के आदेशों को पंचायत स्तर पर खुल्लम खुल्ला धज्जियां उड़ाई जा रही है। पेसौं की लालच में सहायक सचिव ने हितग्राही से लूटे पैसे एक पंचायत से दूसरे पंचायत में आवास ट्रांसफर कर दिया।
पूरा मामला डिंडोरी जिले के शहपुरा जनपद क्षेत्र का है। जहां ग्राम पंचायत कस्तूरी पिपरिया का है। प्रधानमंत्री आवास योजना के नियमों को मट्टी पलीत कर दूसरे पंचायत में आवास निर्माण भी करा दिया। वहीं एक पंचायत से दूसरे पंचायत आवास ट्रांसफर करने के कीमत 10 हजार की रिश्वत भी लिया। मामले में हितग्राही ने बताया पैसे अकाउंट में आते ही सचिव और सहायक सचिव मेरे घर पर आते थे और पैसे मांगने लगते थे, आखिर कार पेसौं के दम पर जमीनी, हकीकत तो यह है कि नहीं कही आवास बना है और न ही कही कोई निर्माण हुआ है। तो सिर्फ सरपंच सचिव और सहायक सचिव के जेब गर्म हुआ है। अब देखना यह होगा कि क्या घूस खोरी का खेल सरकार के आदेशों का धज्जियां उड़ाते रहेंगे या जनपद में बैठे जिम्मेदार करेंगे कोई बड़ी कार्यवाही।

Author: Knn Media
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