



सैफ अली खान पर हमले को कई घंटे बीत चुके हैं, लेकिन हमलावर अभी तक पकड़ा नहीं गया है। ऐसे में सवाल उठना वाजिब है कि मुंबई के सबसे पॉश इलाके में एक शख्स चोरी-छिपे 11वीं-12वीं मंजिल पर स्थित घर में पहुंचता है, एक्टर पर हमला करता है और फिर वहां से भाग निकलता है। मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच की कई टीमें मिलकर आरोपी को नहीं ढूंढ पाई हैं।
मुंबई क्राइम ब्रांच की मानें तो बांद्रा पुलिस ने इस हमले को गंभीरता से नहीं लिया, जिसके कारण आरोपी फरार होने में कामयाब रहा। पुलिस ने न तो क्राइम ब्रांच जैसी यूनिट्स को अलर्ट किया और न ही GRP को इस घटना की जानकारी दी, जिससे हमलावर के भागने के सारे रास्ते ब्लॉक किए जा सकते थे।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार मुंबई क्राइम ब्रांच के एक सीनियर अफसर का कहना है कि हमले के फौरन बाद अगर इस मामले को गंभीरता से लिया जाता तो हमलावर को पकड़ा जा सकता था। गुरुवार की देर रात 2 बजे सैफ पर हमला हुआ। यह बांद्रा पुलिस का कंप्लीट फेलियर है। उन्होंने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने अन्य पुलिस स्टेशनों और क्राइम ब्रांच को अलर्ट नहीं किया। क्राइम ब्रांच को जितनी जल्दी इस घटना के बारे में पता चलता, हमलावर को पकड़ना उतना ही आसान हो सकता था।
सूत्रों की मानें तो गुरुवार की देर रात 2 बजे सैफ पर हमला हुआ। वहीं बांद्रा पुलिस 2 घंटे बाद यानी 4 बजे लीलावती अस्पताल पहुंची, जहां सैफ का इलाज शुरू हो चुका था। इसके अलावा पुलिस की एक टीम सैफ के घर सदगुरु शरण पहुंची, जहां हमलावर ने इस वारदात को अंजाम दिया था।
क्राइम ब्रांच के अधिकारी का कहना है कि ब्रांदा पुलिस ने उन्हें सुबह 6 बजे इस मामले की जानकारी दी। तब तक घटना को 3-4 घंटे बीत चुके थे। हालांकि हमला रात में हुआ, तब तक सड़कों पर कोई भीड़ नहीं होती। अगर बांद्रा पुलिस सभी थानों को अलर्ट कर देती और रात में ही सड़कों की पेट्रोलिंग की जाती, मार्शल्स भेजे जाते तो शायद हमलावर पकड़ा गया होता।

Author: Knn Media
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