



समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ मेला क्षेत्र, प्रयागराज के नगरीय क्षेत्र, जन परिवहन के केंद्रों और शहर की सीमाओं को बंद कर देने के कारण करोड़ों लोग सड़क पर फंसे हुए हैं। लाखों वाहन चालकों और श्रद्धालुओं को दसों किलोमीटर लंबे जाम में फंसा हुआ देख उनका गुस्सा और चिंता बढ़ गई है।
अखिलेश यादव ने इस स्थिति को सामान्य बचाव कार्य की बजाय शासन और प्रशासन की लापरवाही से उत्पन्न आपदा करार दिया और सरकार से तुरंत सक्रिय होने की अपील की। उनका कहना था कि सरकार को इस संकट की गंभीरता को समझते हुए जल्द से जल्द राहत कार्य शुरू करना चाहिए और श्रद्धालुओं तक भोजन और पानी की आपूर्ति सूर्यास्त से पहले सुनिश्चित करनी चाहिए। साथ ही, यह भरोसा दिलाना चाहिए कि प्रदेश और केंद्रीय सरकार के द्वारा सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुँचाने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने लापता श्रद्धालुओं को जल्द ढूँढकर उनके घरों तक सही-सलामत पहुँचाने की भी मांग की। इसके अलावा, अखिलेश यादव ने मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इस कठिन परिस्थिति में सभी प्रकार के समारोह, उत्सवधर्मिता और स्वागत कार्यक्रम रद्द कर दिए जाने चाहिए ताकि पूरा प्रशासन राहत कार्य में संकेंद्रित हो सके।
बैरिकेडिंग तोड़कर भागने लगे श्रद्धालु
प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ में भारी भीड़ उमड़ रही है, और इसी बीच एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह श्रद्धालु बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने लगे, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बनने की आशंका पैदा हो गई। इस घटना का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि श्रद्धालु किसी भी तरह आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। प्रशासन लगातार अपील कर रहा है कि लोग धैर्य बनाए रखें और सुरक्षा नियमों का पालन करें।
महाकुंभ भगदड़ पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने क्या कहा
अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज में धर्माचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा, “देश के तीनों शंकराचार्य आज यहां पवित्र स्नान करने आ रहे हैं। जो घटना बीती रात घटी, वह दुर्भाग्यपूर्ण है और सभी इस पर दुखी हैं, लेकिन हमें यह सचेत रहना चाहिए कि भविष्य में ऐसी कोई घटना न घटे। मैं सभी श्रद्धालुओं से निवेदन करता हूँ कि वे धैर्य बनाए रखें और कुम्भ क्षेत्र में कहीं भी पवित्र स्नान करें। ऐसा कोई विशेष स्थान नहीं है जहाँ श्रद्धालुओं को स्नान के लिए एकत्र होना चाहिए।”

Author: Knn Media
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