



अछनेरा के गांव तुरकिया में हुए सामूहिक हत्याकांड में आरोपी गंभीर सिंह को सुप्रीम कोर्ट से बरी किए जाने के बाद बुधवार सुबह सेंट्रल जेल से रिहा कर दिया गया। गंभीर सिंह ने अपनी रिहाई के बाद कहा कि वह निर्दोष है और उसे ईश्वर पर भरोसा था कि उसके साथ अन्याय नहीं होने देगा।
गंभीर सिंह को 2012 में हुए सामूहिक हत्याकांड में आरोपी बनाया गया था, जिसमें उसके भाई सत्य प्रकाश, भाभी पुष्पा और चार बच्चों की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने गंभीर सिंह को जेल भेजा था और स्थानीय अदालत ने उसे मृत्यु की सजा सुनाई थी। हाईकोर्ट ने सजा को बरकरार रखा था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस द्वारा विवेचना में लापरवाही और ठोस साक्ष्य पेश नहीं कर पाने के कारण गंभीर सिंह को बरी कर दिया।
गंभीर सिंह की रिहाई के बाद उसने कहा कि वह नए सिरे से अपना जीवन शुरू करेगा, लेकिन उसे अभी नहीं मालूम कि वह कहां जाएगा। उसने अपनी जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा मांगी है। गंभीर सिंह ने बताया कि जेल में रहते हुए उसने अपने भाई, भाभी और बच्चों के नाम पर 10-10 पौधे लगाए थे। वह सजा सुनाए जाने से पहले जेलों में बगिया कमान में काम करता था।
गंभीर सिंह की रिहाई के समय उसके परिवार के कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था। उसने अपने जीजा को कॉल किया, लेकिन उन्होंने आने से मना कर दिया। गंभीर सिंह के पास बाहर आने के बाद कहीं जाने के लिए केवल 300 रुपये थे, जो उसे जेल में रहने वाले साथी बंदियों राजवीर और विजय ने दिए थे।

Author: Knn Media
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