



इंदौर शहर में मंगलवार को शेफ लैब फूड डिलीवरी एप की लांचिंग हुई। यह एप फूड डिलीवरी के लिए पेट्रोल बाइक्स की जगह ई बाइक्स का कंसेप्ट लाया है। यानि अब शहर में अब नए स्टार्टप्स इंदौर शहर स्वच्छता के साथ-साथ प्रदूषण मुक्त बनाने के साथ बिजे़नस शुरू कर रहे है। इस एप में महिला राइडर्स को भी जोड़ा गया है। यानी अब शहर में फूड डिलीवरी के लिए ई बाइक्स पर महिलाओं को भी काम करने का मौका मिलेंगा। एप की लांचिंग मंगलवार को लाभ मंडपम में हुई, इस दौरान इंदौर होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के चेयरमैन सुमित सूरी ने एप की लांचिंग की। शेफ लैब एप के जरिए अब इंदौर की गृहणियां और रेस्त्रां मालिक केवल एक रुपए में अपने फूड की डिलीवरी कर सकते हैं। डिलीवरी के लिए यह सबसे सस्ती फूड डिलीवरी होगी।
शेफ लैब के फाउंउर रिशु मुटरेजा ने कहा कि स्वाद प्रेमी इंदौर में महंगी फूड डिलीवरी से खाने पीने की चीजों के दाम 30 प्रतिशत तक बढ़ जाते हैं। इस समस्या को हल करने के लिए इस शेफ लैब स्टार्टअप शुरू किया गया है। जिसमें 2999 रू. में 3000 रू. आर्डर तक डिलीवर किए जाएंगे। इसके लिए डिलीवरी बॉय को ई व्हीकल दिलाने की पहल भी स्टार्टअप द्वारा की जाएगी। एक फूड डिलीवरी बॉय रोजाना कम से कम 100 किलोमीटर बाइक चलाता है। इंदौर में करीब 2000 डिलीवरी बॉय हैं, जो रोज अमूमन 4 लाख रुपए का पेट्रोल जला रहे हैं। यानी महीने का करीब सवा करोड़ का पेट्रोल जलता है और प्रदूषण भी बढ़ता है। ई-बाइक में उसे रोज केवल 40 रुपए की चार्जिंग करना होगी। महीने भी में छह हजार के पेट्रोल की जगह उसे चार्जिंग पर सिर्फ 1200 रुपए ही खर्च करना होंगे। जितना पैसा वह पेट्रोल का बचा लेगा उससे तो ई-बाइक की कीमत बहुत जल्द वसूल हो जाएगी और शहर में प्रदूषण भी नहीं फैलेगा।
लांचिग कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुमित सूरी ने कहा कि नेशनल लेवल पर फूड डिलीवरी एक चैलेंज है। बड़ी फूड डिलीवरी कंपनियों की मनमर्जी की कमीशनिंग से रेस्टरेंटर्स त्रस्त हैं। बडी कंपनियों के 30 पफीसदी कमीशन के सामने शेफ लैब केवल नौ फीसदी कमीशन में ही बेहतर सेवाएं देगा। कार्यक्रम में बडी संख्या में शहर के होटल और रेस्टोरेंट संचालक और क्लाउड किचन के संचालक शामिल हुए।
सबसे बड़ा प्रश्न क्या महिला राइडर्स को मिलेंगा सुरक्षा का वादा ?
शेफ लैब से जुड़ चुकीं महिला राइडर कृष्णा पवार ने कहा कि शेफ लैब ने हमारी सुरक्षा का ध्यान रखा है। इस एप में हमें खतरे की जगहों से पहले आगाह किया जाएगा। अगर कहीं स्थिति हमारे लिए ठीक नहीं होगी तो हमें आगे बढने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा। यह बहुत ही अच्छा फैक्टर है जिसके कारण मैंने इसके साथ जुड़ी हूं। इसके साथ ही ई-बाइक का का कंसेप्ट भी बहुत अच्छा है, इसके जरिए जहां प्रदूषण कम होगा वहीं हमें महंगे पेट्रोल से भी मुक्ति मिलेगी।

Author: Knn Media
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