



पूरे देशभर में एमबीए चायवाला के नाम से अपनी पहचान बना चुके MBA चायवाला (मिस्टर बिल्लौर अहमबादाबाद) पर इंदौर में लाखों की ठगी का आरोप लगा है। MBA चायवाला स्टार्टअप के संचालक प्रफुल्ल बिल्लौरे और उनके भाई विवेक बिल्लौरे पिता सोहनलाल के खिलाफ इंदौर और प्रयागराज यूपी में धोखाधड़ी की शिकायते दर्ज हुई है। इंदौर के अलग अलग थानों में इंदौर की 6 फ्रेंचाइजी लेने वालो ने लाखों की धोखाधड़ी की शिकायते की है। लेकिन सोचने की बात तो यह है की करोड़ों युवाओं का आदर्श बन चुके एमबीए चायवाला के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला कैसे दर्ज हो सकता है।
सूत्रों का माने तो शिकायत करने वालो में कुछ विरोधी भी शामिल है, जो MBA चायवाला की सफलताओं से नाखुश है। वैसे तो यह आम बात है की जो व्यक्ति सफल हुआ है, तो अगर करोड़ों उनके चाहने वाले हैं तो कुछ विरोधी तो होते ही है। क्योंकि MBA चायवाला ने देशभर में अपने व्यापार से करोड़ों में टर्नओवर कर हजारों बिजनेसमैन का व्यापार करने का तरीका ही बदल दिया है। इतनी काम उम्र में इतनी सफलता मिलना हर किसी के नसीब में नहीं होती, शायद इसीलिए उनके विरोधी अब धोखाधड़ी जैसे मामलों को अपना तीर बनाकर उन पर वार करने की फिराक में है।
वहीं धोखाधड़ी के इस मामले में जब एक मीडिया ने प्रफुल्ल से बात की तो उन्होंने कहा कि उनके अधिवक्ता इस मामले में पूरी जानकारी देंगे। उनके अधिवक्ता चंचल गुप्ता ने बताया कि सब कुछ करार के तहत विधिक प्रक्रिया के जरिए किया गया हैं। कुछ लोगों को परेशानी है। वे बेवजह सभी को एक साथ कर कंपनी के खिलाफ भड़का रहे हैं। हम सभी मिलकर उनकी परेशानियों को दूर कर देंगे। इसमें कंपनी को लेकर किसी भी तरीके से कोई विवाद नहीं हैं।
बता दें कि, मध्यप्रदेश के धार के छोटे से गांव लबरावदा का एक आम सा लड़का, जो कभी अहमदाबाद में मैकडॉनल्ड्स में वेटर रहा, आज देश के नामी आंत्रप्रेन्योर में से एक है। प्रफुल्ल बिल्लोरे ने 20 साल की उम्र में अहमदाबाद में फुटपाथ पर चाय की टपरी डाली। चाय के ठेले से शुरू हुआ सफर 5 साल बाद एक ब्रांड बन गया – ‘MBA चायवाला’। आज कानपुर, चंडीगढ़, सूरत, गांधीनगर, भोपाल जैसे देश के 22 बड़े शहरों में ‘MBA चायवाला’ की ब्रांच हैं। इंदौर में दो आउलेट्स की तैयारी है। लंदन में भी बिजनेस है। गांव से निकल कर आगे की पढ़ाई करने अहमदाबाद गए प्रफुल्ल ने जीमेट और केट की तैयारी कर IIMA (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अहमदाबाद) में पढ़ाई कर किसी कंपनी में अच्छे पैकेज की नौकरी का सपना देखा था। मन में कुछ अपना करने की चाह थी, लेकिन यह नहीं हो सका। उनकी जिंदगी की कहानी किसी मूवी से कम नहीं है। टपरी डालने पर दूसरे चायवालों ने उनकी पिटाई तक की। B.Com पास प्रफुल्ल के ठेला लगाने पर दोस्तों-रिश्तेदारों ने मजाक बनाया, लेकिन आगे बढ़ने की जिद ने उन्हें वो बुलंदी दे दी, जहां पहुंचने का ख्वाब हर यूथ के मन में होता है।

Author: Knn Media
Media team